ऐतिहासिक 05 दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव के तीसरे दिन कलाकारों ने किसानों की दयनीय हालात से दर्शकों को कराया रूबरू

बेगूसराय जिला के बीहट मध्यम विद्यालय में आयोजित ऐतिहासिक चतुर्थ राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव में जुटे हैं पूरे देश के प्रतिष्ठित नामी गिरामी कलाकार।

बेगूसराय जिला के बीहट मध्यम विद्यालय में आयोजित ऐतिहासिक चतुर्थ राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव में जुटे हैं पूरे देश के प्रतिष्ठित नामी गिरामी कलाकार।

डीएनबी भारत डेस्क 

मध्य विद्यालय बीहट के प्रांगण में आयोजित राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव रंग संगम के तीसरे दिन प्रस्तुति कलामंच नौबतपुर की राजीव रंजन प्रसाद के द्वारा किसानों दयनीय हालात नाटक चंडी का वशीकरण किया गया। वहीं आकाश गंगा रंग चौपाल एसोसिएशन द्वारा नाटक वो जो लौट के घर ना आए की प्रस्तुति ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी।

बतौर निर्देशक ने हर साल 8 से 10 हजार किसान आत्महत्या के लिए मजबूर होते हैं क्यों ? जलता सुलगता यक्ष प्रश्न है, आखिर क्यों ? प्रकृति की मार तो किसान जैसे तैसे झेल लेता है, लेकिन दोहरी आर्थिक मार नहीं झेल पाता है, और आत्महत्या कर लेता है। जबकि किसान देश का अन्नदाता, देश की रीढ़ की हड्डी, देश का भगवान, लेकिन आज किसानों की स्थिति दयनीय, हालात व बद से बदतर जिंदगी किसी से छुपी हुई नहीं है। पर पूरे नाटक को फोकस किया और दर्शक एकाग्रचित होकर इस नाटक के माध्यम से किसानों के मर्म को जीते देखे गये।

सूत्रधार के रूप में नाटक के निर्देशक गणेश गौरव ने अपने संवाद में कहा कि कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन कितना सही था या गलत ? किसी कानून का वापस लेने से कौन हारा कौन जीता ? यह हमारे बहस का मुद्दा नहीं है। हमारे लिए बहस का मुद्दा है, आंदोलन से पहले एवं आंदोलन के दरम्यान जिन किसानों ने आत्महत्या की, जो मारे गए या मर गए उनके घर वाले और परिजन का क्या होगा? नाटक में नए प्रयोग को देखकर दर्शक काफी प्रभावित हुए।

नाटक में किसान मनीष कुमार, किसान संदीप कुमार, राजू कुमार, धनिया खुशबु कुमारी, झुनिया की मां साक्षी, रधिया सुभांगी कुमारी, झुनिया ईशा, कवि व सूत्रधार गणेश कुमार, कोरस में रूपेश कुमार, अंकित राज, बलिराम कुमार, सौरव कुमार सहित अन्य की भूमिका सराहनीय रही। नाटक में संगीत आनंद कुमार, अमर ज्योति दिनेश कुमार, सन्तोष कुमार, प्रकाश परिकल्पना रवि वर्मा सेट प्रोक्स जितेंद्र कुमार, राजू कुमार, मेकअप वस्त्र विन्यास अंकित वर्मा का रहा।

वहीं नाटक विलियम शेक्सपियर की चर्चित कहानी द टाइमिंग ऑफ इ शेरो का हिंदी रूपांतरण मगही भाषा में किया गया। नाटक में अमीर व्यक्ति जंग बहादुर की बड़ी बेटी चंद्रिका के उग्र और सनकी स्वभाव को शांत करने को लेकर उसकी शादी गांव के दीनानाथ गोस्वामी से की जाती है। जिसके बाद उसके स्वभाव में बदलाव के लिए दीनानाथ द्वारा लगातार प्रयास किया जाता है। जिससे दोनों के बीच निशब्द प्रेम की उत्पत्ति होती है और फिर चंद्रिका के स्वभाव में काफी परिवर्तन होता है। नाटक में हास परिहास का क्रम लगातार जारी रहा।

नाटक में जंग बहादुर सिंह की भूमिका में चंदन कुमार, चंद्रिका डिंपल कुमारी, दीनानाथ की भूमिका में दीनानाथ गोस्वामी, बिन्नी की भूमिका में रिंकल कुमारी, बिट्टू सोनू कुमार, पंडित जी में ओम प्रकाश फजल, सिया अमन कुमार रमन, राम में सबरजीत मेहता, रंजनी चायवाला में राजीव रंजन प्रसाद, चाय वाले की बेटी के रूप में जलन रंजन, कोरस की भूमिका अंजू कुमारी, कंचन कुमारी ने अपने लोगों का दिल जीत लिया।संगीत विद्यानंद भारती, ओमप्रकाश और कंचन कुमारी, जबकि हारमोनियम, ओम कुमार सुशील कुमार और पंकज कुमार ने अपनी भूमिका निभाई।

वहीं इस अवसर पर नाट्य महोत्सव का शुभारंभ करते हुए तेघड़ा विधायक राम रतन सिंह ने कहा कि आकाश गंगा रंग चौपाल एसोसिएशन बरौनी निरंतर सामाजिक चेतना को जागृत करने का काम कर रही है और पूरे वर्ष संस्था किसी न किसी रूप में समाजिक सरोकार से जुड़ी हुई कार्यक्रम का आयोजन करती रहती है। यह सबसे बड़ी बात है। वहीं सीआईएसफ के एएसपी राजकुमार ने कहा कि यह गांव नहीं अब शहर है लेकिन यहां गांवपन जिंदा है। जहां इस तरह का आयोजन संभव हो पा रहा है।

बीडीओ बरौनी विरेंद्र कुमार सिंह ने कहा इस तरह के आयोजन से ही हम समाज को स्वच्छ, सुंदर और स्वस्थ बनाया जा सकता हैं। पटना हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ता विवेकानंद सिंह ने कहा कि बीहट अपने आप में सांस्कृतिक राजधानी है और यह प्रयास मील का पत्थर साबित होगा। वरीय रंग निर्देशक मिथिलेश सिंह ने कहा कि बेगूसराय अपनी संस्कृति के लिए काफी आगे हैं और यहां निरंतर गतिविधि होती रहती है।

अतिथियों का स्वागत संरक्षक संजय कुमार ललन, लोजपा नेता सिंटू कुमार सिंह, सचिव गणेश गौरव, कोषाध्यक्ष रूपेश कुमार, अध्यक्ष अमर ज्योति, प्रशांत कुमार, मनीष कुमार, अंकित कुमार, दिनेश दीवाना, राजू कुमार, जितेंद्र कुमार, राधे कुमार, शिव कुमार सहित अन्य द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ कुंदन कुमार द्वारा किया गया।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धर्मवीर कुमार 

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