डीएनबी भारत डेस्क
बेंगलुरु: बिहार सरकार के उद्योग विभाग के द्वारा सोमवार को सचिव बंदना प्रेयसी की उपस्थिति में आईटीसी विंडसर, बेंगलुरु में देश/विदेश के जाने-माने निवेशकों के साथ ‘बिहार बिज़नस इन्वेस्टर्स मीट’ का आयोजन किया गया। ‘Unlocking Bihar’s Potential: Investor Summit’ शीर्षक वाली इस इन्वेस्टर्स मीट का उद्देश्य उभरते अवसरों, रणनीतिक बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं और आकर्षक नीतियों को प्रस्तुत करना है, जो बिहार को निवेशकों के लिए अनुकूल बनाते हैं। साथ ही, निवेश को आकर्षित करने और औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए अपने महत्वाकांक्षी प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह कार्यक्रम आगामी बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 – ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पूर्वावलोकन को ध्यान में रखते हुए आयोजित की गई है। जिसका उद्देश्य आईटी, वस्त्र, खाद्य प्रसंस्करण और सामान्य विनिर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में बिहार में उद्योग स्थापना से संबंधित व्यापक संभावनाओं को प्रदर्शित करना है। यह इन्वेस्टर्स मीट निवेश को प्रोत्साहित करने और बिहार की रणनीतिक पहलुओं और निवेशक-अनुकूल नीतियों को उजागर करने के लिए डिज़ाइन की गई है।
आयोजन के दौरान उद्योग विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी ने कहा कि बिहार ने हाल के वर्षों में एक उल्लेखनीय परिवर्तन देखा है। यहां विभिन्न उद्योगों में विकास के लिए अपार संभावनाएं हैं और हम बिहार को निवेशकों के लिए एक आकर्षक स्थान बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बुनियादी ढांचे के विकास से लेकर व्यापार-अनुकूल वातावरण को प्रोत्साहित करने तक हम निवेश प्रक्रिया के हर कदम सुगम बनाने के लिए समर्पित हैं। बिहार में व्यवसाय से संबंधित कनेक्टिविटी पर जोर देते हुए कहा कि दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा (DMIC) और अमृतसर-कोलकता औद्योगिक गलियारा (AKIC) जैसे प्रमुख औद्योगिक गलियारों से बिहार की कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी, जिससे बिहार में निवेशकों के साथ सहयोग और साझेदारी की महत्वपूर्ण संभावनाएं दिखेगी। उन्होंने कहा कि विशेषकर वस्त्र उद्योग क्षेत्र में बिहार की संभावनाएं अपार हैं। सही बुनियादी ढांचे और सरकारी समर्थन के साथ बिहार भारत के वस्त्र उद्योग में एक महत्वपूर्ण राज्य बनने के लिए तैयार है। हमें विश्वास है कि इस तरह की निवेशक बैठकें बिहार में निवेशकों के विश्वास को और मजबूत करेंगी।
उन्होंने राज्य के निवेशक-अनुकूल नीतियों एवं गतिविधियों पर जोर देते हुए कहा कि हमारी प्राथमिकता बिहार में एक सुगम निवेश प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाना है। हमने औद्योगिक नीति सुधारों, भूमि अधिग्रहण और बुनियादी ढांचा विकास में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है। बेंगलुरु में आयोजित निवेशक बैठक ने इन पहलों को उजागर किया और दिखाया कि बिहार कैसे अगला बड़ा औद्योगिक केंद्र बनने के लिए तैयार है। बिहार सरकार बेंगलुरु और पूरे भारत के निवेशकों को बिहार की विशाल संभावनाओं का पता लगाने के लिए आमंत्रित करती है। प्रतिभागी बिहार के औद्योगिक परिदृश्य, नीतिगत ढांचे और प्रमुख निवेश क्षेत्रों की मूल्यवान जानकारी प्राप्त करेंगे। साथ ही, सरकारी अधिकारियों और उद्योग जगत के प्रतिष्ठित व्यक्तियों से संवाद का अवसर भी दिया जायेगा। इसके अलावा सचिव महोदया ने यह भी जानकारी दिया कि बिहार में उद्योग स्थापित करने से इस राज्य के साथ-साथ पूर्वी उत्तरप्रदेश, आधा पश्चिम बंगाल, और उत्तर-पूर्वी राज्य के लिए एक उद्योग केंद्र के रूप में चिन्हित हो सकेगा। इस राज्य में उद्योग लगने से देश के करीब 20-25% आबादी की जरूरतों से सीधे या परोक्ष रूप से प्रभावित कर सकेगा।
बेंगलुरु में आयोजित बिहार बिज़नस कनेक्ट, 2024 के इन्वेस्टर्स मीट के दौरान बिहार में उद्योग से संबंधित कई क्षेत्रों जैसे, आईटी, वस्त्र, खाद्य प्रसंस्करण और सामान्य विनिर्माण आदि क्षेत्रों में निवेश लाने की दृष्टि को ध्यान में रखा गया।
आईटी: बिहार आईटी से संबंधित उद्योग स्थापित करने के लिए अपने बुनियादी ढांचे को विकसित कर रहा है, जिससे यह आईटी उद्योग और आईटी कंपनियों के लिए एक आकर्षक स्थान बन रहा है। बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई में काम कर रहे कई आईटी पेशेवर बिहार लौटना पसंद कर रहे हैं, जिससे वे अपने मूल्यवान कौशल और अनुभव के साथ स्थानीय रूप से एक कुशल कार्यबल प्रदान करेंगे। इससे कंपनियों को उनके जनशक्ति लागत में उल्लेखनीय कमी आ सकती है और लौटने वाले पेशेवरों के बीच सामुदायिक भावना और स्थिरता को बढ़ावा भी मिल सकता है। जिससे उत्पादकता और संतुष्टि में वृद्धि हो सकती है।
वस्त्र: बिहार तकनीकी और स्थायी उद्योग जैसे फाइबर और बांस से संबंधित उद्योगों पर विशेष जोर देने के साथ ही वस्त्र उद्योग में एक प्रमुख स्थान के रूप में उभर रहा है।
खाद्य प्रसंस्करण: बिहार अपनी कृषि संसाधनों जैसे केले, मखाना और मक्का पर विशेष ध्यान देते हुए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में निवेश के लिए व्यापक अवसर प्रदान करता है।
सामान्य विनिर्माण: राज्य तेजी से अपने विनिर्माण क्षेत्र का विकास कर रहा है, जो इच्छुक कंपनियों के लिए विनिर्माण से संबंधित गतिविधियों का विस्तार करने की भरपूर अवसर प्रदान करता है।
बेंगलुरु के आईटीसी विंडसर में आयोजित “बिहार बिज़नस इन्वेस्टर्स मीट” कार्यक्रम में उद्योग विभाग, बिहार सरकार के अधिकारी/पदाधिकारी सहित देश एवं कर्नाटक के कई प्रमुख उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया तथा उद्योगपतियों ने बिहार सरकार की पहलों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया एवं राज्य के प्रति अपने सकारात्मक अनुभवों को उजागर किया। कार्यक्रम में IBM, Graphene Semiconductor, Superseva Global Services Private Limited और HungerBox जैसी कंपनियाँ मौजूद थीं।