बिहार के बच्चे IAS-IPS तो बन रहे हैं लेकिन पटना यूनिवर्सिटी से नहीं बल्कि दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़कर
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में बैठकर बहुत सारे लोग अपना पीठ थपथपाते हैं कि हमारे बहुत सारे बच्चे IAS-IPS बनते हैं। लोगों को ऐसा लगता है कि पूरे देश में IAS-IPS बिहार के ही हैं। कई लोगों को ये भी लगता है कि जितने IIT और मेडिकल में बच्चे जा रहे हैं वे सभी बिहार के ही हैं। ये सही है कि काफी संख्या में बिहार में बच्चे IIT, मेडिकल में जाते हैं, IAS-IPS बनते हैं। लेकिन, जो लोग IAS-IPS बन रहे हैं वे बिहार की शिक्षा व्यवस्था से जुड़े नहीं हैं, दूसरे राज्यों में पढ़कर IAS-IPS बन रहे हैं।
बिहार से श्रम, बुद्धि और पूंजी का हो रहा पलायन: प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि यहां से बुद्धि का पलायन हो रहा है। 10वीं-12वीं तक जिन बच्चों में काबिलियत है उनके अभिभावक कर्ज लेकर, पेट काटकर बच्चों को दूसरे राज्यों में भेज रहे हैं और वो बच्चे वहीं पर सेटल हो रहे हैं। वे बच्चे वापिस बिहार में नहीं आ रहे हैं। ऐसे में जो गरीब है, श्रम कर सकता है वो रोजी-रोजगार के लिए बाहर मजदूरी करने चला गया। जो बुद्धि से मजबूत है वो बाहर नौकरी करने चला गया। जिसके पास पूंजी है वो पूंजी उन लोगों के साथ भी दूसरे राज्यों में चली गई।
प्रशांत किशोर ने कुल 11.4 किलोमीटर तक की पदयात्रा
प्रशांत किशोर ने सोमवार को कुल 11.4 किलोमीटर तक पदयात्रा की। इस दौरान वे 5 पंचायतों के 9 गांवों में गए। प्रशांत किशोर बछवाड़ा ब्लॉक के नारेपुर अयोध्या से नारेपुर धर्मपुर, अरवा, जाहनपुर, बहरामपुर, सलेमपुर, भीखम चक, मरांची, बछवाड़ा के हाई स्कूल मैदान तक गए और यही रात्रि विश्राम किया। इस दौरान कई जगहों पर रुककर जन संवाद किया और लोगों को वोट की ताकत का एहसास दिलाया।
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