बिहार दिवस के अवसर पर कन्या मध्य विद्यालय पिढ़ौली में संगोष्ठी का हुआ आयोजन

बेगूसराय जिला के तेघड़ा प्रखंड अंतर्गत कन्या मध्य विद्यालय पिढ़ौली में धूम धाम से मनाया गया बिहार दिवस , स्कूली बच्चों शे तैयार किए कई प्रकार के बिहारी व्यंजन।

बेगूसराय जिला के तेघड़ा प्रखंड अंतर्गत कन्या मध्य विद्यालय पिढ़ौली में धूम धाम से मनाया गया बिहार दिवस, स्कूली बच्चों शे तैयार किए कई प्रकार के बिहारी व्यंजन।

डीएनबी भारत डेस्क 
बेगूसराय जिला के तेघड़ा प्रखण्ड अन्तर्गत कन्या मध्य विद्यालय पिढ़ौली में बिहार दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर “बिहारी युवा कौशल एवं राज्य में विकास की संभावनायें” विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में शिक्षाविद एवं बुद्धिजीवियों ने भाग लिया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुये प्रसिद्ध शिक्षाविद डॉ भगवान प्रसाद सिन्हा ने कहा कि सामंती जकड़न और जातिवाद की सोच ने बिहार को लगातार प्रगति पथ पर आगे बढ़ने में बाधक बनने का काम किया।

1960 के बाद राज्य में औद्योगिक विकास का मार्ग रोककर धर्म और जातिवाद में युवाओं को उलझाकर बिहारी अस्मिता का विध्वंश कर दिया गया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अंग्रेजों के द्वारा दी गई विरासत को भी हम सुरक्षित रखने में असफल रहे। राज्य में इतने बड़े स्टील प्लांट, कोयला खदान, अभ्रक कारखाना आदि के विस्तार से अधिक इन कारखानों को बंद किये जाने की भ्रष्टाचारी नीती लागू होने लगे।

राज्य की चीनी मिलें बंद होने लगी लेकिन कोई सरकार और राजनीतिक दलों के एजेंडे में इनको लेकर कोई योजना नहीं थी। नतीजतन बिहार के नौजवान बाहर जाकर जीवन यापन करने लगे। डॉ भगवान प्रसाद सिन्हा ने कहा कि देश के विभिन्न राज्य के लोगों को अपने राज्य की अस्मिता की चिंता है लेकिन हम बिहारी अस्मिता को भुलाकर जातिवाद में उलझे हुए हैं।

मौके पर मोहनपुर मध्य विद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक विवेकानंद ने कहा कि स्कूल के बच्चों को हम अपना बेटा बेटी समझकर ज्ञान दें तो निश्चित रूप से बिहार में शैक्षणिक स्तर बेहतर होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रख्यात लोक गायक सच्चिदानंद पाठक एवं संचालन शिक्षक अजित कुमार ने किया। मौके पर उपस्थित शिक्षक रविन्द्र ठाकुर  सहित अन्कय शिक्षकों ने अपने अपने विचार रखे।

अतिथियों का स्वगत प्रधानाध्यापक शंभू प्रसाद सिंह ने किया।
कार्यक्रम में बच्चों द्वारा तैयार बिहारी व्यंजन लिट्टी चोखा सहित कई प्रकार के व्यंजन बनाकर अतिथियों को खिलाया गया। अतिथियों ने बच्चों के लगाव की सराहना करते हुए कहा कि यह अनूठा कार्यक्रम है। मौके पर लोक गायक सच्चिदानंद पाठक ने अपना बिहार की कविता पाठ कर श्रोताओं को आत्म विभोर कर दिया।

बेगूसराय तेघड़ा संवाददाता शशिभूषण भारद्वाज 

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