बिहार बनाने की दिशा में आगे बढ़ेंगे, ताकि बिहार के लोगों की तरक्की हो बिहार आगे बढ़े. पलायन सबसे बड़ा मुद्दा है – तेजस्वी यादव

 

राजद कार्यकर्ताओं ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व में शुरू किया समस्तीपुर से अभार यात्रा

डीएनबी भारत डेस्क

समस्तीपुर-नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव की आभार यात्रा समस्तीपुर से शुरू हुई. कार्यक्रम को लेकर तेजस्वी प्रसाद यादव सोमवार की रात ही समस्तीपुर पहुंचे. वहीं यात्रा से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि स्वर्गीय कर्पुरी ठाकुर की धरती से आज कर्यकर्ता संवाद को लेकर आभार यात्रा निकाल रहे हैं. इसमें हम जिलों की समस्या को कार्यकर्ताओं के माध्यम से सुनेंगे. साथ ही कार्यकर्ताओं की जो समस्या और विचार है इनको भी जानेंगे.तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि हमारा मकसद है कार्यकर्ताओं से मिलकर जो बिहार की जमीनी हकीकत है, बिहार के लोगों की जो समस्या है, उसको समझ सकेंगे.

साथ ही साथ पार्टी को भी मजबूत करें. बिहार में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है, गरीबी है, प्रति व्यक्ति आय कम है, 94 लाख परिवार बिहार में ग़रीबी रेखा के नीचे हैं. जब बिहार में महागठबंधन सरकार थी, उसमें जाति जनगणना के साथ-साथ हर वर्ग के लोगों का डेटा पास आया था. इस आधार पर योजना चलना था उन परिवारों को सालाना दो लाख देने की योजना भी थी. भूमिहीनों को घर बनाने के लिए एक लाख 20 हजार रुपये देने की योजना तैयार थी. तेजस्वी ने कहा कि हम लोगों ने आरक्षण भी बढ़ाने का काम किया, जो देश भर में सबसे ज्यादा आदिवासी को 65 प्रतिशत दिया, लेकिन आप लोग सब जान रहे हैं कि क्या हुआ जिसका डर था वही हुआ.

हम लोग आरक्षण को शेड्यूल 9 में डालना चाहते थे. लेकिन हुआ नहीं आज इसी सिलसिले में हम लोग आए हैं और नया बिहार बनाने में कार्यकर्ताओं का साथ और विश्वास चाहिए. लोगों से मिलकर हम नया बिहार बनाने की दिशा में आगे बढ़ेंगे, ताकि बिहार के लोगों की तरक्की हो बिहार आगे बढ़े. पलायन सबसे बड़ा मुद्दा है.वहीं जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार के दिए गए बयान ग्राहक खोजो यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि वह लोग क्या बताएंगे,  क्योंकि मुख्यमंत्री कभी तो संवाद करते नहीं है. अच्छा होता कभी मुख्यमंत्री जनता से नहीं कभी अपने कार्यकर्ताओं से संवाद कर लेते. कहीं योजना भी होती है तो उसमें भी अब वह भाषण नहीं देते हैं. कोई कार्यक्रम को लेकर अब तो चार लोग हैं, उन्हीं के पीछे वह घूमते रहते हैं बंद कमरे में रहते हैं.

अब जो आदमी नहीं निकलेगा राज्य का मुख्यमंत्री बंद कमरे में रहेंगे तो उस पर हम क्या टिप्पणी कर सकते हैं. देखा जाए तो कटाक्ष हो या कुछ भी हो उससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है. लेकिन जो मेरी जिम्मेवारी है उसको मैं करता रहूंगा और कौन क्या कह रहा है, उससे फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन बिहार में इतना अपराध बढ़ गया है दिनदहाड़े गोली मार दी जाती है. कहीं घर में घुसकर गोली मार दी जाती है.

समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट