भारत की सरकार लोकतंत्र को खत्म करना चाह रही है। इसी के उद्देश्य से ताना साहियत के जरिए अंग्रेजी शासन को लागू करना चाहती है
डीएनबी भारत डेस्क
संयुक्त ट्रेड यूनियन किसान मोर्चा के आह्वान पर आज 16 फरवरी 2024 को बरौनी खाद कारखाना बरौनी थर्मल पावर स्टेशन एनटीपीसी में आम हड़ताल रहा। हड़ताली मजदूरों को संबोधित करते हुए युनियन के महासचिव प्रहलाद सिंह ने कहा कि भारत सरकार श्रम विरोधी कानून को अख्तियार कर कॉर्पोरेट पाक की नींद बना रही है प्रत्यक्ष नहीं परोक्ष रूप से काम के 8 घंटे को 12 घंटा कर रही है ।
इस निति के खिलाफ हम आज मजदूर संगठन आम हड़ताल पर बैठे है, किसानों के साथ बांदा खिली किस कानून को भी कॉर्पोरेट पक्षी बनाने का काम मोदी सरकार कर रही है जब संघर्ष होता है तो किसान और मजदूरों के ऊपर धारा 353 को लागू करके सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने का साजिश रच कर मजदूर नेताओं एवं किसान नेताओं पर मुकदमा दायर करती है एक तरह से कहा जाए तो भारत की सरकार लोकतंत्र को खत्म करना चाह रही है। इसी के उद्देश्य से ताना साहियत के जरिए अंग्रेजी शासन को लागू करना चाहती है देश एक बार फिर आर्थिक गुलामी की ओर जा रहा है इसलिए जब तक काम के 8 घंटे को लागू नहीं किया जाएगा और मजदूरों , किसानों के उचित अधिकार पर हनन होता रहेगा हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
बरौनी प्रखंड कार्यालय एवं बिहट बाजार में प्रतिरोध मार्च निकाला गया ।प्रतिरोध मार्च का नेतृत्व किसान नेता अरविंद सिंह, दिलेर अफगन ,नवीन सिंह, संजीव कुमार सिंह ,अनिल चौधरी, मुखिया रामाधार सिंह, अशोक रजक, योगेंद्र सिंह आदि लोगों ने किया। थर्मल और फर्टिलाइजर पर यह तमाम नेता रामानंद यादव, पूर्व मुखिया अशोक पासवान ,खेत मजदूर नेता श्याम बाबू चौधरी ,आजाद भारती ,ललन राय, बिट्टू कुमार, अशोक कुमार ,श्याम कुमार ,शाहिद तमाम नेता उपस्थित थे।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट