अर्धकुंभ को लेकर दूसरे शाही स्नान के दौरान पहुंचे कई देश के विदेशी पर्यटक
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के प्रसिद्ध आदि कुंभ स्थली सिमरिया धाम पर जहां देश भर के संत महात्माओं और श्रद्धालुओं ने दूसरे शाही स्नान पर्व में हर हर महादेव की जयकारे के साथ भाग लिया। वहीं यूरोपीय महादेश से लगभग दो दर्जन की संख्या में विदेशी पर्यटकों ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। विदेश से चलकर अर्धकुंभ स्थली सिमरिया गंगा धाम में पहुंचे विदेशी पर्यटक को सर्व मंगला आध्यात्मिक योग विद्यापीठ के स्वामी चिरात्मन जी महराज ने अंग वस्त्र देकर भव्य स्वागत किया।
अंग वस्त्र पाकर अभिभूत होकर विदेशी सैलानियों ने कहा की भारत में गंगा एक पवित्र नदी माना जाता है, गंगा नदी का महत्व का वर्णन करना कठिन है, हमारे देश में रहने वाले भारत के लोग अक्सर चर्चा करते हुए इन्हें माता कह कर पुकारते हैं।भारत देश हमेशा धर्म और अध्यात्म से जुड़ा रहा है, जिससे कारण भारत धर्म व अध्यात्म का केन्द्र माना जाता है। उन्होंने कहा कि भारत का इस अर्धकुंभ ऐतिहासिक सिमरिया गंगा धाम में इन महात्माओं,साधुओं के बीच गंगा स्नान कर मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आज हमें सब कुछ प्राप्त हो गया। यहां आकर हमें शांति प्राप्त हो रही है।
इस अर्धकुंभ में भारत के विभिन्न जगहों से पधारे महात्माओं का दर्शन दुर्लभ है लेकिन आज हम सौभाग्यशाली है जो ऐसे महान विभूति के दर्शन हुए हैं, ऐसा लग रहा है मानो हमें सबकुछ मिल गया हो.उन्होने माता गंगा को दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम हाथ जोड़कर प्रणाम करते किया और श्रद्धा की नजरों से देखते रहे. अर्धकुंभ के दौरान लोगों ने कभी संत महात्माओं,नागा साधुओं के साथ विदेशी पर्यटक को देख रहे थे, और अपने धर्म पर उन्हें गर्भ हो रहा था कि विदेशी पर्यटक भी हमारे धर्म के प्रति इतनी आस्था रखते हैं,
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट