बेगूसराय जिला के सदर अस्पताल की घटन
डीएनबी भारत डेस्क
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर सिमरिया गंगा नदी तट पर स्नान करने आए सिंघौल ओपी क्षेत्र अंतर्गत रचियाही निवासी रामप्रताप भगत का 19 वर्षीय पुत्र श्रवण कुमार निर्माणाधीन सिक्स लेन पुल के पूरब गंगा नदी तट पर स्नान करने के दौरान गहरे पानी में जाने की वजह से डूबने लगा। डूबने की सूचना पाते ही स्थानीय गोताखोर की टीम ने युवक को पानी से बाहर निकाला गया।
जिसके बाद सदर एसडीओ रामानुज प्रसाद सिंह, मुख्यालय डीएसपी निशित प्रिया, सदर डीएसपी अमीत कुमार, डीएसपी प्रेम सागर, बरौनी सीओ सुजीत सुमन, चकिया ओपी प्रभारी दिवाकर प्रसाद सिंह, इंस्पेक्टर त्रिलोकीनाथ, मेला थाना प्रभारी विजेन्द्र कुमार सिंह मेला क्षेत्र में तैनात एम्बुलेंस को आनन-फानन में बुलाकर युवक को परिजनों के साथ ईलाज हेतु सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया।
जहां सदर अस्पताल में चिकित्सक ने युवक को मृत घोषित कर दिया। उसके बाद परिजनों ने बरौनी पीएचसी के एम्बुलेंस चालक मुकेश कुमार पासवान एवं ईएमटी मनीष मंडल के साथ जमकर मारपीट करते हुए गंभीर रूप से घायल कर दिया। गंभीर रूप से घायल एम्बुलेंस चालक का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मारपीट की घटना के बाद एम्बुलेंस कर्मियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। जानकारों के मुताबिक बरौनी पीएचसी का एम्बुलेंस चालक एवं ईएमटी द्वारा एम्बुलेंस से युवक को ईलाज हेतु सदर अस्पताल बेगूसराय ले जाया जा रहा था। इसी दौरान परिजनों द्वारा चालक पर निजी अस्पताल में भर्ती कराने को लेकर दबाव बनाया गया। सदर अस्पताल में युवक को भर्ती कराने के दौरान पीड़ित परिजनों द्वारा एंबुलेंस चालक को जमकर लात घूंसे से मारपीट करते हुए घायल कर दिया गया।
जिसके बाद ईएमटी मनीष मंडल ने सदर अस्पताल बेगूसराय में कार्यरत एम्बुलेंस कर्मियों को घटना की सूचना देते हुए जख्मी एम्बुलेंस चालक वीरपुर थाना अंतर्गत सहुरी निवासी रामभजन पासवान के पुत्र मुकेश कुमार पासवान को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। घायल चालक एम्बुलेंस गाड़ी संख्या बीआर 01 पीएल–2194 का चालक था। वहीं परिजनों ने एम्बुलेंस को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
घटना के दौरान सदर अस्पताल में अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। बीच बचाव करने आए सदर अस्पताल में तैनात गृह रक्षक बलों के साथ भी परिजनों द्वारा मार-पीट किया गया। इधर परिजनों का आरोप है कि डुबने के काफी देर बाद गोताखोर का दल आया और फिर एम्बुलेंस के चालक ने प्राईवेट अस्पतालों में इलाज के लिए युवक को नहीं उतारा गाया। जिस कारण युवक की मौत हो गई। वहीं पीड़ित परिजन सिमरिया गंगाघाट पर सुरक्षा दृष्टिकोण से किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं होने का भी आरोप लगाया है।
वही एम्बुलेंस कर्मियों का कहना है कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बरौनी डाॅ संतोष कुमार झा एवं एम्बुलेंस के भी अधिकारियों का साफ़ साफ़ निर्देश है कि आपात स्थिति में वह किसी भी परिस्थिति में किसी भी मरीजों को सदर अस्पताल को छोड़कर किसी भी अन्य अस्पतालों में दाखिला नहीं कराएगंगें। और ऐसा नहीं करने की स्थिति में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को सीधे सीधे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाएगा।
अब ऐसी स्थिति में कर्मचारी अपनी जानों को जोखिम में डालकर कैसे मरीजों को सेवा दे पाएंगें। वहीं दूसरी तरफ एम्बुलेंस गाड़ी संख्या बीआर 01 पीएल -2194 के चालक ने घटना के संबंध में नगर थाना बेगूसराय को लिखित जानकारी देते हुए कहा है कि वह अपने एम्बुलेंस में सवार मरीज़ को सिमरिया घाट से लेकर आ रहे थे। तभी मृतक के पिता, भाई सहित 10 की संख्या में परिजनों ने जबरन निजी अस्पताल में उतारने के लिए दबाव डाला।
जिसपर हमलोगों द्वारा कहा गया कि प्राईवेट में उतारने का आदेश नहीं है चलिए हम सदर अस्पताल बेगूसराय में भर्ती करा देंगें। जिसपर वह उग्र हो गए और सभी के सभी हमें बेरहमी से पीटने लगे। इस घटना में ईएमटी मनीष मंडल किसी तरह से अपनी जान बचाई और उस विपरीत परिस्थितियों में भी श्रवण कुमार के दाखिले के लिए क़तार में लगकर आनलाइन पंजीयन कराया और चिकित्सकों तक मरीज को पहुंचाया। जहां उसके आग्रह पर चिकित्सकों ने मरीज़ श्रवण कुमार का चिकित्सीय परीक्षण किया।
जिसमें उसे चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं परिजनों द्वारा सरकारी एम्बुलेंस को क्षतिग्रस्त कर दिया गया साथ ही सर्विस मोबाइल एवं जेब में रखे 220 रुपया भी ले लिया। मरीज़ के पिता, भाई सहित 10 की संख्या में रहे परिजनों ने इस घटना को अंजाम दिया है। अब देखना है कि जिला प्रशासन इस तरह की घटनाओं पर क्या कारवाई करती है। वहीं इस संबंध में जानकारी देते हुए एम्बुलेंस कर्मियों ने एम्बुलेंस कंट्रोलिंग ऑफिसर, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक तथा अध्यक्ष 102 एम्बुलेंस संघ बेगूसराय को भी पूरी घटना से अवगत कराया है।
बेगूसराय संवाददाता सुमित कुमार बबलू