खोदावंदपुर कृषि विज्ञान केंद्र में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक सम्पन्न

मीडिया की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं, मीडिया जागरूता और गांव के आमजन तक आसानी से संवाद पहुंचाने का सशक्त माध्यम है - कुलपति

मीडिया की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं, मीडिया जागरूता और गांव के आमजन तक आसानी से संवाद पहुंचाने का सशक्त माध्यम है – कुलपति

डीएनबी भारत डेस्क 
कृषि विज्ञान सलाहकार समिति का 20 वां बैठक कृषि विज्ञान केंद्र खोदावंदपुर बेगूसराय में आयोजित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की सूचना मीडिया कर्मियों को नहीं देने के पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों पर कुलपति ने कहा कि मीडिया गांव गांव आमजनों का संवाद पहुंचाने और जागरूकता के साथ गांव और किसान से जुड़ने का सशक्त माध्यम है।

मीडिया की उपेक्षा बर्दास्त नहीं किया जाएगा। हमने सभी केवीके को मीडिया संवाद स्थापित करने का निर्देश दे रखा है। केवीके खोदावंदपुर द्वारा सैक की बैठक को लेकर मिडिया को पूर्व सूचना नहीं दिया गया है। इस बात की नियमतः जांच किया जाएगा। तथा जिम्मेदार अधिकारी पर कारवाई की जाएगी। उन्होने वहां मौजूद केंद्र प्रभारी सह वरीय वैज्ञानिक डॉ रामपाल पर नाराजगी व्यक्त किया।

कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीएस पांडेय ने किया। अपने उद्घाटन संबोधन में कुलपति ने किसानों के आय को दोगुना करने प्राकृतिक खेती और मोटा अनाज के उत्पादन पर बल देने, कृषि के मध्यम से युवाओं को जोड़ने के लिए खेती को रोचक बनाने को लेकर उन्हें मसाला डेयरी, सब्जी, हॉर्टिकल्चर, मत्स्य पालन, फसलो के उत्पाद का प्रोसेसिंग का प्रशिक्षण, बीज उत्पादन एवं कृषि उत्पादों को बाजार से जोड़कर लाभकारी मूल्य दिलाने की दिशा कारगर पहल करने का निर्णय लेने की आवश्यकता है।

कार्यक्रम को विश्वविद्यालय निदेशक प्रसार शिक्षा एमएस कुंडू ने कहा कि डेयरी पशुपालको का मेरुदंड है तथा इस क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं है। युवाओं को इससे जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता है। उन्होंने केवीके के अनवरत किसानों का प्रशिक्षण जारी रखने का निर्देश दिया। कार्यक्रम जिला कृषि पदाधिकारी राजेन्द्र कुमार वर्मा ने कहा कि जिला कृषि विभाग केवीके के साथ समन्वय स्थापित कर कृषि एवं किसानों के उत्थान हेतु सतत प्रयत्नशील है और आगे भी रहेगा।

कार्यक्रम में जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक सहायक निदेशक उद्यान ,जिला मत्स्य पदाधिकारी , प्रगतिशील किसान जयशंकर प्रसाद सिंह , रीता कुमारी, श्वेता कुमारी ने भी अपना विचार रखा। कृषक प्रतिनिधियों ने ससमय उन्नत बीज खाद एवं कीट नाशक, कृषि तकनीक एवं आवश्यक संसाधन के साथ सुलभ बाजार और लाभकारी मूल्य से संबंधित समस्याओं की ओर अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट किया। तथा इसे सैक के अगले टास्क में शामिल करने को कहा।

इन किसानों ने अपना अनुभव भी अधिकारियों से साझा किया। आगत अतिथियों का स्वागत एवं केवीके का प्रतिवेदन वरीय वैज्ञानिक सह केंद्र के प्रभारी डॉ रामपाल ने किया। कार्यक्रम समापन पश्चात वीसी ने केवीके के प्रशासनिक भवन स्थित मिट्टी जांच प्रयोगशाला, प्रशिक्षण कक्ष, कार्यालय, एटीआइसी रूम, कम्प्यूटर कक्ष, प्रक्षेत्र आदि का अवलोकन किया। उन्होंने प्रशासनिक भवन के साफ सफाई एवं मशीनों के रखरखाव पर असंतोष व्यक्त किया। इसके लिए केंद्र प्रभारी को इसमें सुधार लाने का सख्त निर्देश दिया।

विगत एक वर्ष के दौरान केवीके खोदावंदपुर के कार्यो का मूल्यांकन करते हुए उन्होने केंद्र की उपलब्धि को सराहनीय बताया और आने वाले दिनों में और बेहतर करने का निर्देश दिया। केंद्र के दैनिक कामगारों को नियमित करने के बावत कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय स्तर से लगातार रिक्तियां आ रही है। जिसके माध्यम से इनको प्राथिमिकता देकर दैनिक नियमित किया जाएगा।

स्थानीय किसान राम किशोर सिंह एवं अन्य के द्वारा प्रभारी डॉ रामपाल द्वारा लोकल किसानों को उपेक्षा करने तथा चंद चपलुष किसानों तक केवीके के कार्यक्रमो को सीमित रखने के आरोप लगाने पर कुलपति ने कहा कि इसको देख लिया जाएगा। साथ ही कहा कि किसानों की जो भी समस्याएं हैं यदि केवीके उपेक्षा करता है तो हमारे विश्वविद्यालय में विशेषज्ञ बैठे हैं आप आएं हम उसका निदान करेंगे। साथ ही वह सबकुछ करेंगे जो कृषि और किसान के हित में है। मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र कृषि वैज्ञानिक व कर्मचारी मौजूद है।

बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नीतेश कुमार गौतम 

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