किसानों की माली हालत, बेटी की व्याह, रसोई घर की आर्थिक बजट पर प्रभाव पड़ता नजर आने लगा है।
डीएनबी भारत डेस्क
लहलहाते खेतों में गेहूं की फसल को वें मौसम वारिस और तेज चौरंगी हवा ने बुधवार को देर शाम में किसानों के मनसुवों पर कहर बरपाते हुए बर्बाद कर दिया है। जिससे भविष्य में किसानों की आर्थिक स्थिति समेत बेटी की व्याह, रसोई घर की आर्थिक संतुलन गरबराने की प्रबल संभावना किसानों के सामने दिखाई देने लगा है।
इस संबंध में किसान संजीव कुमार सिंह शम्भू सिंह, विजय सिंह समेत नौला, डीह, भवानंदपुर, वीरपुर पूर्वी, वीरपुर पश्चिम, गेंन्हरपुर, जगदर समेत पर्रा पंचायत के सेकरों किसानों ने बताया कि पहले तो आलू की पैदावार कम हुई, फिर सरसों की फसल ने भी किसानों के अनुमान से बहुत कम मोनजाई दिया।रही गेहूं की फसल जिसे देख किसान प्रफुल्लित हो रहे थे पर वें मौसम वारिस ने कहर बरपाते हुए किसानों के मनसुवों को चकनाचूर कर दिया है।
जिससे किसानों की माली हालत, बेटी की व्याह, रसोई घर की आर्थिक बजट पर प्रभाव पड़ता नजर आने लगा है। इस लिए हम किसान बिहार सरकार और केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि किसानों के द्वारा लिए गए सभी तरह के लोन को माफ करने की घोषणा करें और विभिन्न बैंकों के द्वारा किए जा रहे वसुली पर अविलंब रोक लगाने से संबंधित बैंकों को आदेश जारी करे।
बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट