बरौनी प्रखण्ड के चिकित्सा आशा कर्मी एवं एंबुलेंस कर्मी का लगातार छठा दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी, बदहाल हुई चिकित्सा व्यवस्था

लोगों को नया जीवन देने वाली संस्थाओं में सुमार बरौनी प्रखण्ड स्वास्थ्य केन्द्र की स्थिति ऐसी है कि खुद दम घूंट रहा है।

लोगों को नया जीवन देने वाली संस्थाओं में सुमार बरौनी प्रखण्ड स्वास्थ्य केन्द्र की स्थिति ऐसी है कि खुद दम घूंट रहा है।

लोगों को नया जीवन देने वाली संस्थाओं में सुमार बरौनी प्रखण्ड स्वास्थ्य केन्द्र का आज़ स्थिति ऐसी है कि खुद दम घूंट रहा है। बतलाया जाता है कि मानव जीवन का मूल आधार स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। और मानव जीवन सम्पूर्ण श्रृष्टि का मूल आधार है। कहा जाता है कि स्वास्थ्य एक ऐसी संस्थानों में से एक संस्थान होती है जहां जन्म से लेकर मृत्यु तक की दुनिया उसमें सिमटी होती है।

इसका मतलब और महत्व तब लोगों को पता लगा जब हाल के दिनों में सम्पूर्ण विश्व एक वैश्विक महामारी कोवीड -19 के चपेटे में आ गई थी। तब यही स्वास्थ्य केन्द्र एक -एक लोगों को एक नई जिंदगी देने का काम अपनी जान की परवाह किये बगैर कर रही थी। आज़ हड़ताल की वजह से ऐसे संस्थानों की हाल पुरी तरह से बदहाल हो चुकी है और ख़ुद वह दम घूंट रहा है। प्राप्त जानकारी अनुसार इन दिनों एम्बुलेंस कर्मचारी संघ बेगूसराय एवं आशा कार्यकर्ता संघ के द्वारा अनिश्चितकालीन  किए गए हड़ताल ने स्वास्थ्य विभाग को नाकों दम कर डाला है।

स्वास्थ्य विभाग की मूल कार्य-योजना में शामिल आवश्यक सेवाओं में सुरक्षित व संस्थागत प्रसव, जच्चा-बच्चा दोनों का देखभाल, जन्म के तुरंत बाद से ही दी जाने वाली पहली नियमित टीका, नियमित टीकाकरण, टेलीमेडिसिन, ग्रीन चैनल, सबसे महत्वपूर्ण 102 एम्बुलेंस सेवा प्रदान करना, जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा, बाल जननीं सुरक्षा योजना, उत्प्रेरण, स्वास्थ्य विभाग में केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं को धरातल पर उतारने जैसी सभी महत्वपूर्ण कार्य पर हड़तालियों द्वारा ताला जड़ दिया गया है।

इसके संबंध में कहा जाता है कि प्रसुताओं, सामान्य मरीजों, आउटडोर एवं इनडोर मरीजों, आवश्यक सेवा, टीवी, एमडीटी दवा के रोगी, फाइलेरिया, उच्च रक्तचाप, मधुमेह के नियमित मरीजों का अस्पताल से सम्पर्क आशा कार्यकर्ता एम्बुलेंस कर्मचारी एवं कुरियरों के नहीं रहने से टूट गया है। वहीं इस संबंध में जानकारी देते हुए हड़तालियों ने बताया कि पीएचसी बरौनी में कार्यरत 102 एम्बुलेंस कर्मचारी संघ भी अपने संघ के आह्वान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। तथा हड़तालियों को बल देते हुए नियमित टीकाकरण कुरियर द्बारा भी सहयोग दिया जा रहा है। तथा इसी प्रकार आशा कार्यकर्ता एवं आशा फैसिलिटेटर बुधवार से राज्य संघ के आह्वान पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं ।

जिससे अस्पताल परिसर में सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं इस दौरान पीएचसी परिसर में सभी आशा धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। वहीं आशा संघ बरौनी सचिव वैदेही कुमारी एवं अध्यक्ष नीलम झा ने बताया कि सरकार आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को कम से कम दस हजार रुपए मासिक भत्ता, वैश्विक महामारी कोवीड -19 काल में किए गए कार्य के लिए दस हजार रुपया भत्ता, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, सेवानिवृत्त के उपरांत दस लाख रुपया भुगतान करने सहित अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल किया गया है।

जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तब हड़ताल जारी रहेगा। वहीं एम्बुलेंस कर्मचारी ने बताया कि लम्बित माह का वेतन, ईपीएफ, ईएसआई, श्रम अधिनियम के तहत मानदेय का निर्धारण, कर्मचारियों के मानदेय में वृद्धि करने, बोनस की राशि का भुगतान करने, बैठे हुए कर्मचारियों को जल्द वापस लेने तथा कम्पनी तथा अस्पतालों के अधिकारियों द्वारा किए जाने वाला भयादोहन, प्रताड़ना पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने सहित अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।

मौके पर एम्बुलेंस कर्मचारी मो अशदुललाह, मो चांद बाबू, मनोज कुमार, मुकेश पासवान, लालाबाबू पासवान, संजीव कुमार, नियमित टीकाकरण कोरियर, मो नौशाद खां, मो दीन, अमन कुमार, दिवाकर राय, मुकेश कुमार, रामविनय कुमार, आनन्द कुमार, राम सुजन कुमार, रामनिरंजन राय, बबीता कुमारी, रंजू कुमारी, संगीता कुमारी, आभा सिन्हा, अनिता देवी, आशा द्रोपदी देवी, पिंकू कुमारी, सोनामणी कुमारी, रुबी कुमारी, रुपम कुमारी, माला कुमारी,रेणु देवी, रुबी देवी, नीतू कुमारी, निशा कुमारी, मीना देवी, अनिता शर्मा, सुबोध देवी, पिंकी कुमारी, गुड़िया कुमारी, चन्दन कुमारी, पवन कुमारी, गिरजा साह, मंजु कुमारी, रिंकु कुमारी, सुशीला देवी,
अंजू कुमारी, हीरा कुमारी, रेखा कुमारी, मरणी देवी, जुली कुमारी, उषा कुमारी सहित अन्य मौजूद थे।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धर्मवीर कुमार 

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