10 फरवरी की रात 9 बजे बरौनी राजेन्द्र रोड स्थित मेसर्स कृष्णा ट्रेडर्स के मालिक कृष्णा लुहारूका की तीन की संख्या में अपराधियों ने दुकान पर चढ़कर ताबरतोर गोलीबारी कर हत्या कर दी थी।
डीएनबी भारत डेस्क
10 फरवरी को रात लगभग 9 बजे तीन की संख्या में अपराधियों ने मिचैया चौक के पास भीड़ भार वाले इलाके बरौनी राजेंद्र रोड में स्थित मेसर्स कृष्णा ट्रेडर्स के मालिक युवा दुकानदार जय कृष्ण लुहारका की निर्मम हत्या कर दी थी। इस घटना ने पूरे बरौनी नगर परिषद क्षेत्र के व्यवसायियों, आमलोगों एवं खासकर राजेन्द्र रोड के दुकानदार और व्यवसायी में दहशत का माहौल है।
वहीं इस घटना से आक्रोशित राजेन्द्र रोड के व्यवसायी, समाजसेवी एवं बुद्धिजीवियों ने 13 फरवरी सोमवार की शाम व्यवसायी की सुरक्षा सह श्रद्धांजलि सभा के मद्देनजर एक बैठक का आयोजन रविंद्र मोहन मिश्र के कमर्शियल भवन हॉल में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता डॉ धर्मेंद्र पटेल एवं संचालन रविन्द्र मोहन मिश्र ने किया। वहीं उपस्थित व्यवसायी ने मृतक व्यवसायी जय कृष्ण लुहारका के तैल्य चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं मृत आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित कर बैठक की शुरुआत किया।
बैठक में सर्वसम्मति से राजेंद्र रोड व्यवसायी संघ बरौनी का गठन किया गया। फिलहाल सर्वसम्मति से संयोजक के रूप में रविंद्र मोहन मिश्र का चयन किया गया एवं व्यवसायी के निर्मम हत्या की तीव्र भर्त्सना करते हुए दोषी सभी अपराधकर्मियों की अविलंब गिरफ्तार के साथ पीड़ित परिवार को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने तथा घटना को सीबीआई से जांच कराने की मांग की गई।
वहीं बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिये गये। जिसमें राजेंद्र रोड, बरौनी में अलार्म हूटर की व्यवस्था, व्हाट्सएप ग्रुप का गठन, सीसीटीवी कैमरा प्रत्येक दूकान में लगाने, रात्रि में सुरक्षा के दृष्टिकोण से पहरा देने पर विचार किया गया। साथ ही पुलिस प्रशासन से यह मांग की गई कि राजेंद्र रोड बरौनी में शाम 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक पुलिस बल की पैदल गस्ती लगवाई जाए।
मौके पर डॉ धर्मेंद्र पटेल, गजेंद्र पोद्दार, अमरेश कुमार, बाबू साहब मिश्र, राजीव कुमार, राजकुमार मिश्र, रामजीवन चौधरी, जितेंद्र कुमार, आरटीआई एक्टिविस्ट गिरीश प्रसाद गुप्ता, डॉ मुनरदेव प्रसाद सिंह, विवेक जगनानी, विवेक कुमार मिश्र, अमरनाथ महतो, सुरेंद्र प्रसाद गुप्ता, रजनीश चतुर्वेदी, राहुल राज, सतीश कुमार सहित दर्जनों की संख्या व्यवसायी मौजूद थे।