बछवाड़ा के नारेपुर हाई स्कूल में असामाजिक तत्व के लोगो ने लगाई आग, हजारो रुपये की संपत्ति जलकर हुआ राख

 

कमरे में रखे मुक बधिर बच्चों के उपचार यंत्र तथा एक दर्जन माइक, लाउडस्पीकर मशीन, हेड फोन,वायर,कोड,कुर्सी,टेबल समेत अन्य समान जलकर नष्ट हो गया।

डीएनबी भारत डेस्क

बछवाड़ा थाना क्षेत्र के रानी एक पंचायत के बछवाड़ा बाजार स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नारेपुर में गुरुवार की सुबह अज्ञात असामाजिक तत्व लोगों ने आग लगाकर हजारों रूपए की संपत्ति नष्ट कर दिया। मामले को लेकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नारेपुर के प्रधानाध्यापक श्री कृष्ण चौधरी ने बछवाड़ा थाना में आवेदन देकर शिकायत की है। उन्होंने अपने आवेदन में कहा कि बुधवार की शाम पठन पाठन समाप्त होने तथा विद्यालय में भवन निर्माण में लगे मजदुर की छुट्टी होने के उपरांत विद्यालय में ताला लगाकर अपने घर चला गया।

गुरूवार की सुबह जब विद्यालय खोला तो विद्यालय परिसर से धुआं निकल रहा था। जब हमलोग अपने शिक्षकों के साथ विद्यालय के अन्दर गया तो विद्यालय परिसर में रखा बांस बल्ला व लड़की समेत भवन के खिड़की में आग लगा हुआ था और आग की लपटे दिव्यांग शैल्य चिकित्सा कक्ष की अन्दर जा रहा था। जिसके बाद भवन निर्माण के लिए पहुंचे मजदुर व शिक्षकों की सहायता से आग पर काबू पाया गया।

उन्होंने आवेदन में बताया कि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नारेपुर परिसर में बुधवार की रात अज्ञात असमाजिक तत्व के लोगों ने विद्यालय की बाउंड्री तरप कर विद्यालय परिसर में रखे बांस बल्ले व लकड़ी में आग लगा दिया। आग लगने से दिव्यांग शैल्य चिकित्सा कक्ष में रखे हजारों रूपये के समान क्षति हुई है। उन्होंने बताया कि आग इतना तेज था कि दिव्यांग शैल्य चिकित्सा कक्ष कमरे की खिड़की जलाते हुए कमरे में रखे मुक बधिर बच्चों के उपचार यंत्र तथा एक दर्जन माइक, लाउडस्पीकर मशीन, हेड फोन,वायर,कोड,कुर्सी,टेबल समेत अन्य समान नष्ट हो गया।

उन्होंने बताया कि विगत कई महिनो से इस विद्यालय परिसर में असमाजिक तत्व के युवक द्वारा विद्यालय परिसर में घुस कर उपद्रव किया जा रहा है। विद्यालय में छात्रों की छुट्टी के दौरान विद्यालय के गेट पर भी छात्रों के साथ मारपीट किया जाता है। जब शिक्षकों के द्वारा विरोध किया जाता है तो शिक्षकों को हथियार दिखाकर मारपीट करने पर उतारु हो जाता है। उन्होंने बताया कि विद्यालय परिसर में उपद्रवियों के खिलाफ पहले भी आवेदन दिया गया था, लेकिन स्थानीय प्रशासन के द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया।

जिस कारण उपद्रवियों का मनोबल इतना अधिक हो गया है कि विद्यालय परिसर में घुसकर नशा पान करते हैं कभी पंखा खोल लेते हैं तो कभी आग लगा देते हैं। मामले को लेकर थानाध्यक्ष अजित कुमार ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है, विद्यालय परिसर में धुस कर आग लगाने में शामिल उपद्रवियों को किसी कीमत पर बक्सा नहीं जाएगा।

डीएनबी भारत डेस्क