विज्ञान के बिना माननीय प्रगति संभव नहीं है, प्राकृतिक एवं अप्राकृतिक हर कार्य के पीछे विज्ञान है।
डीएनबी भारत डेस्क
एपीएसएम कॉलेज बरौनी में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन महाविद्यालय के विज्ञान विभाग द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत स्नातकोत्तर रसायन विभागाध्यक्ष डॉ अनिंद्र शर्मा एवं मंच संचालक रसायन विभाग के शिक्षक डॉ सत्यदेव सिंह ने किया। उन्होंने अपने वक्तव्य में डॉक्टर सीवी रमन के चरित्र, शोध एवं इस वर्ष की थीम “वैश्विक कल्याण के लिए वैश्विक विज्ञान” के बारे में छात्र छात्राओं को अवगत कराया।
इस अवसर पर स्नातकोत्तर हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार ने छात्रों को बताया कि हमारी सभ्यता प्राचीन काल से ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण का पालन करती आई है एवं छात्रों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से विकसित करने की सलाह दी। एक बेहतर समाज के निर्माण के लिए सतत विकास पर उन्होंने जोर दिया। डॉक्टर लव कुमार विभागाध्यक्ष स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग द्वारा छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को विकसित करने के लिए विभिन्न मनोवैज्ञानिक तरीकों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
दर्शनशास्त्र विभाग के डॉ आशुतोष आनंद ने बताया कि विज्ञान हमारे चारों तरफ है केवल उसे हमें समझने की आवश्यकता है। डाॅ टीएम अशरफ, स्नातकोत्तर विभागाध्यक्ष भौतिक विभाग ने डॉ सीवी रमन के रमन एक्सपेरिमेंट के बारे में विस्तार पूर्वक छात्र छात्राओं को बताया।
महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ मुकेश कुमार ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में बताया कि विज्ञान जीवन को बेहतर बनाता है और इससे चीजों को समझने में आसानी होती है। भारतीय नजरिए से देखें तो विज्ञान प्राचीन काल से ही सशक्त रहा है पर आधुनिक दौर में डॉ सीवी रमन को नोबेल पुरस्कार मिलने के बाद भारत में वैज्ञानिक खोजों के प्रति जागृति आई है। विज्ञान के बिना मानवीय प्रगति संभव नहीं है, प्राकृतिक एवं अप्राकृतिक हर कार्य के पीछे विज्ञान है।
वस्तुतः विज्ञान एक वरदान है ना कि अभिशाप, परंतु अनुचित तरीकों के कारण यह एक अभिशाप बन जाता है। अतः बच्चों को इस नकारात्मक पहलू से अवगत कराना आवश्यक है। मौके पर डॉ रामागार प्रसाद विभागाध्यक्ष संस्कृत, रामबचन विभागाध्यक्ष गणित, डॉ ओम प्रकाश मंडल विभागाध्यक्ष जंतु विज्ञान एवं अन्य शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मी उपस्थित थे। विभिन्न छात्र छात्राओं ने पोस्टर एवं भाषण के माध्यम से विज्ञान दिवस पर अपने विचारों को प्रस्तुत किया।