डीएनबी भारत डेस्क
बिहार का नालंदा जिला पेपर लीक मामले को लेकर सुर्खियों में आ चुका है। दरअसल इन दिनों पूरे देश में नीट पेपर लीक मामले को लेकर राजनीतिक सरगर्मी काफी तेज है। राज्य की सरकार भी पेपर लीक मामले को लेकर लगातार कार्रवाई कर रही है। अब तक सिर्फ नालंदा जिले में इस मामले से जुड़े 6 लोगों गिरफ्तार किया है लेकिन अभी तक मास्टरमाइंड संजीव मुखिया पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
नालंदा जिले में संजीव मुखिया से जुड़े एक और खुलासा डीएनबी भारत ने किया है। संजीव मुखिया से जुड़े एक आवेदन भी डीएनबी भारत के हाथ लगी है। संजीव मुखिया इसके पूर्व नूरसराय स्थित नालंदा कॉलेज आफ हॉर्टिकल्चर में प्रधानाचार्य के नाम एक छुट्टी की अर्जी भी थी। जिसमे संजीव मुखिया ने 6 मई को अपनी तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए अस्पताल में भर्ती होने का हवाला दिया है।
आवेदन में यह भी दर्शाया गया है कि अस्पताल में भर्ती होने के कारण वह कॉलेज को सूचित नहीं कर पाया है। इसके पूर्व कॉलेज की तरफ से 14 मई को ही संजीव मुखिया से स्पष्टीकरण की मांग की गई थी। जिसके एवज में उसने 6 मई से 5 जून तक अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए स्पष्टीकरण से मुक्त करने के लिए बात कही है। दरअसल संजीव मुखिया नालंदा कॉलेज ऑफ़ हॉर्टिकल्चर में तकनीकी सहायक के पद पर पदस्थापित है।