डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय प्रचंड गर्मी के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त है। जारी हीट वेव के कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। लेकिन जब काम पड़ता है तो लोगों को घरों से बाहर निकलना ही पड़ता है। इन दिनों सरकारी राशन प्राप्त करने के लिए लाभार्थी का केवाईसी करया जा रहा है और उन्हें आधार से लिंक करना होता है ।अपना नाम आधार से लिंक करने अथवा आधार संबंधी त्रुटि सुधार एवं अन्य कामों के लिए बड़ी तादाद में लोग प्रखंड मुख्यालय स्थित आधार पंजीकरण केंद्र पहुंच रहे हैं। लेकिन संवाददाता ने प्रखंड मुख्यालय स्थित विभिन्न कार्योंलयोंऔर आधार केंद्र का पड़ताल किया तो पाया कि इस चिलचिलाती धूप में आधार केंद्र के बाहर लोगों के लिए कोई शेडनहींबना था । ना ही पंखा का कोई संसाधन था। सब के सब चिलचिलाती धूप में खड़े होकर त्राहि कर रहे थे।
उनके दर्द को कोई समझने और सुनने वाला नहीं था। आईए आपको हम दीदार करते हैं प्रखंड मुख्यालय स्थित विभिन्न कार्यालयों का । दृश्य। एक। प्रखंड मुख्यालय स्थित आधार पंजीकरण केंद्र । प्रखंड कार्यालय खुदाबंदपुर में ही दक्षिण साइड से एक छोटा सा रूम आधार पंजीकरण के लिए चिन्हित किया गया है।रूमके भीतर कुछ कर्मचारी बैठे हैं लेकिन काउंटर के बाहर लाभुकों के लिए ना तो बैठने की व्यवस्था है और ना ही कोई सेडलगा हुआ है जो लाभुकों को इस गर्मी में राहत प्रदान कर सके, जिसमें पंखा हो ,लोग सुकून के साथ वहां बैठकर इस धूप में अपनी बारी का इंतजार कर सके ।दृश्य दो। खुदाबनपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित आरटीपीएस काउंटर। आरटीपीएस काउंटर खोदाबंदपुर के बाहर सेड लगा हुआ है और बैठने के लिए सीमेंट का सीट भी बना हुआ है ।लेकिन सेड में पंखा नहीं है ।
जहां किसानों का अस्पताल के द्वारा निबंध होता है और दवा दिया जाता है उसकाउंटर के बाहर ना तो कोई सेड था ना कुछ बैठने की व्यवस्था थी पंखा की बात तो छोड़ ही दीजिए ।यहां पीने के पानी का भी कोई व्यवस्था नहीं था। बगल में एक चापाकल था जो सरकारी चापाकल है वह खराब था। पूछने पर अस्पताल के कर्मियों ने बताया कि यहां महिनों से चापाकल खराब है । कुल मिलाकर इस प्रचंड गर्मी और हीट वेव में आम जनों को राहत पहुंचाने के लिए खुदाबांदपुर प्रखंड मुख्यालय में मुख्यालय स्थित विभिन्न कार्यों लयोंमें आम जनों की शुख सुविधा का कोई ख्याल नहीं है ।इसकी चिंता का ना तो प्रखंड के अधिकारियों कोहै ना तो प्रखंड के जनप्रतिनिधियों को। अब देखना है जब यह मामला पब्लिक डोमेन में आता है तो स्थानीय प्रशासक और जनप्रतिनिधि इस ओर सक्रिय होते हैं अथवा निष्क्रिय रहते हैं।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट