विश्वविद्यालय प्रशासन पर लगाया संवेदनहनता का आरोप।
डीएनबी भारत डेस्क
एपीएसएम कॉलेज बरौनी में अभाविप बरौनी इकाई के द्वारा स्नातक नामांकन से वंचित हजारों छात्र छात्राओं को विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा मौका नहीं दिये जाने के विरोध में प्रदर्शन किया गया। जिसका नेतृत्व नगर मंत्री आनंद कुमार ने किया। विरोध मार्च में शामिल अभाविप सदस्यों ने काॅलेज प्रधानाचार्य कार्यालय का घेराव किया। सभा को संबोधित करते हुए अभाविप के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य एवं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि छात्रों के साथ सौतेला व्यवहार एवं उनके भविष्य से खिलवाड़ विद्यार्थी परिषद कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करते हुए कहा अगर सीट बढ़ोतरी नहीं हुई तो अभाविप उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होग। जिसका जिम्मेदार विश्वविद्यालय प्रशासन होगा। जिन विषयों में सीट नहीं है 30 प्रतिशत सीट बढ़ोतरी किया जाए। मौके पर उपस्थित छात्र नेता सचिन मेहता ने कहा कि विश्वविद्यालय और महाविद्यालय प्रशासन छात्रों को कमाई का जरिया बना चुका है पहले से अप्लाई किए छात्र को भी पुनः अप्लाई के लिए पैसा लग रहा है। छात्रों के मांसिक शोषण के साथ आर्थिक शोषण किया जा रहा है जिसका जिम्मेदार विश्वविद्यालय प्रशासन है।
अगर छात्रों की समस्या का जल्द निराकरण नहीं हुआ तो विद्यार्थी परिषद चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होगी। कोर कमेटी सदस्य ध्रुव कुमार एवं शिवम कुमार ने कहा कि अभाविप छात्रों के भविष्य की सुरक्षा के लिए हर किसी से लड़ने को तैयार है। धरना प्रदर्शन को तोड़ने के लिए महाविद्यालय के प्रधानाचार्य मुकेश सर आए एवं उन्होंने कहा छात्रों से कहा की छात्रों का मांग उचित है छात्रों की मांग को देखते हुए हम महाविद्यालय से सीट बढ़ोतरी की मांग करेंगे। मौके पर नगर सह मंत्री जितेंद्र कुमार, शिवम चौधरी, पूर्व कॉलेज अध्यक्ष प्रियांशु माइकल, पूर्व कॉलेज मंत्री प्रभाकर कुमार, सौरभ कुमार, रवि, सोनू, रोहित, मोहित स्वराज, विकास, प्रकाश, महेश, सुरेश एवं दर्जनों छात्र मौजूद थे।