अभियान सरोवर से सरोकार:- तलाब में जंगल व गंदगी का लगा अम्बार,अतिक्रमण से सिमटता अमृत सरोवर मुसहरी का रकवा

‘यह तालाब ग्रामीणों के आस्था का केंद्र भी है। यहां प्रतिवर्ष सभी ग्रामीण परिवार छठ पूजा के लिए जमा होते है’

 

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र के खोदावंदपुर पंचायत स्थित मुसहरी सरोवर अतिक्रमण के कारण सिमटता जा रहा है। तालाब के चारो ओर गंदगी व कचरे का अंबार है। गंदगी और कचरा का यह अम्बार मानो अमृत सरोवर के नाम पर एक काला धब्बा है। कचरा का अंबार होने के बावजूद न तो गांव के ग्रामीण और न ही प्रशासन के लोग तालाब सफाई ही कर रहे है। जबकि तालाब का अंचल से मत्स्य पालन के लिए मछुआ समिति के साथ बंदोबस्ती भी है। बंदों बस्ती के कारण सरकार को यहां राजस्व भी प्राप्त होता है।

वर्षो पुराना यह तलब क्षेत्र के लोगो के लिए वरदान हुआ करता था। किसान तालाब के पानी से अपने फसलो का पानक पटवन करते थे। पशुपालक अपने माल मवेशी को पीने या नहाने के लिए उपयोग करते थे। जबसे तालाब का मछली पालन के लिए डाक होने लगा। तबसे जो व्यक्ति डाक लेता है वह किसानों को पटवन के लिए पानी निकालने पर रोक लगा दिया। माल मवेसी को नहाने से पशुपालको को रोकता है। इसको लेकर पट्टधारी और ग्रामीणों में नोक झोंक भी होता रहता है। यह तालाब ग्रामीणों के आस्था का केंद्र भी है। यहां प्रतिवर्ष सभी ग्रामीण परिवार छठ पूजा के लिए जमा होते है।

गत वर्ष अमृत सरोवर योजना से मनरेगा द्वारा ग्राम पंचायत के माध्यम से तालाब के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव लिया गया। योजना संख्या डब्ल्यू सी/जीआईएस/182143 के द्वारा 02 लाख 80 हजार 432 रुपये की लागत से तालाब का जीर्णोद्धार किया गया। यह कार्य लूट खसोट का जरिया बनकर रह गया। जीर्णोद्धार के नाम पर मामूली सा साफ सफाई ही किया गया। जिससे पुनः तालाब को जंगलो ने अपने आगोश में ले लिया। करीब 2.38 हेक्टेयर में फैला यह तालाब अतिक्रमण का शिकार बन चुका है। लोग भिंड पर स्थाई एवं अस्थाई रूप से घर का निर्माण कर रखा है। बार बार स्थानीय प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करने के बावजूद किसी अधिकारी ने तलाब का सुधि लेना मुनासिब नही समझा।

कहते हैं ग्रामीण:-

हाल ही में धोबी घाट तालाब मुसहरी का मनरेगा से पंचायत द्वारा अमृत सरोवर विकास किया गया है। स्थल पर देखने से तालाब का विकास कम काम करने वाले एजेंसी का विकास ज्यादा दिखता है। अमृत सरोवर से तलाब के कराए गए जीर्णोद्धार का निश्चपक्ष जांच कराया जाय।
राम बली महतो ग्रामीण
धोबी घाट तलाब मुसहरी गांव का प्राचीन व धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ है। जिसको आज कुछ दुष्ट लोगो का नजर लग गया है। ऐतिहासिक तालाब आज खंडहर बनता जा रहा है। हम ग्रामीण प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियो से सहयोग करने की अपेक्षा रखते हैं।

राजीव कुमार ग्रामीण

मुसहरी तालाब को सरकार द्वारा अमृत सरोवर योजना में चयनित किया गया है। यह खुशी की बात है। स्थानीय जनप्रतिनिधि व प्रशासन से अपेक्षा है। तालाब की जमीन को अतिक्रमणमुक्त कराया जाय। तथा वर्षा जल जल संचयन व जल संरक्षण करने के लिए इस तालाब को सुरक्षित किया जाय।

कुंदन कुमार अधिवक्ता ग्रामीण

मुसहरी तालाब हमारे गांव का एक धरोहर है। जो गांव से अलग प्रकृति की गोद मे स्थित है। मनरेगा के तहद इस तालाब को विकसित करना जरूरी है। जिसमे पार्क, फब्बारा, रोशनी आदि की व्यवथा हो ताकि बच्चे व बुजीर्ग खुली हवा में आकर सांस ले सके और अमृत सरोवर का सपना सही रूप में साकार हो सके।

अवधेश कुमार माले नेता

मुसहरी तालाब में करीब तीन लाख की राशि से अमृत सरोवर के तहद जीर्णोद्धार कराया गया है। आगे भी तालाब के सौन्दर्यकरण के लिए उपलब्ध संसाधन में जो भी सम्भव हो सकेगा। तालाब के विकास का प्रयास करूंगी।

शोभा देवी मुखिया ग्राम पंचायत राज खोदावंदपुर

मेरा अभी अभी खोदावंदपुर में पदस्थापन किया गया है। यहां के बारे में मुझको कुछ भी जानकारी नही है। जानकारी लेकर धोबी घाट तालाब मुसहरी के विकास के लिए पंचायत द्वारा भविष्य में कोई प्रस्ताव लाया जाता है। तब हमारे स्तर से जो भी सम्भव हो सकेगा। प्रयास किया जाएगा। इसमे कोई कोताही नही होगा।
मनीष झा प्रखंड परियोजना पदाधिकारी मनरेगा खोदावंदपुर

बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट