डीएनबी भारत डेस्क
धान का कटोरा कहा जाने वाले कैमूर के नहरो में पानी नहीं आने से किसान परेशान हैं। फसल लगाने में दिक्कत हो रही है। किसानों का कहना है कि पानी न होने के कारण की धान की रोपाई से नहीं हो पा रही है। विभागीय अधिकारी उदासीन बने हुए हैं। कैमूर में नहर और माइनर से सैकड़ों किसान खेती करते हैं। नहर में पानी न आने से क्षेत्र के सैकड़ों किसान पानी के लिए परेशान है। पानी न आने से किसानों के धान की रोपाई नहीं हो पा रही है।
धान की रोपाई ना होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। जहां इस समय बिजली की भीषण कटौती से धान की रोपाई प्रभावित हो रही है। वहीं नहर में पानी न आने के कारण किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। एक तरफ मौसम की बेरुखी और दूसरी तरफ नहर विभागीय उदासीनता से किसानों में हाहाकार मच गया है।
वहीं किसानों का कहना है कि बार-बार कहने पर भी अधिकारियों द्वारा नहरो में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है जिस कारण हमारे खेतों में पानी नहीं है और हम लोग अपने खेतों को सुखा ही जोत रहे हैं ताकि जब पानी आए तब हम लोग खेती कर सके लगभग इस बार हम लोग 20 से 25 दिन धान की रोपाई करने में लेट है