बछवाड़ा सीएचसी में राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता को लेकर बैठक आयोजित

 

स्वास्थ्य कर्मी को फाइलेरिया उन्मूलन दिया गया एक दिवसीय प्रशिक्षण

डीएनबी भारत डेस्क

बछवाड़ा प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रखंड मुख्यालय के सभागार में शुक्रवार को राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता को लेकर बैठक आयोजित की गयी। बैठक के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी अभिषेक राज,प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राम कृष्ण, स्वास्थ्य प्रबंधक मो इमरान, पीरामल फाउंडेशन, डब्लूएचओ,प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, वीवीडीएस, आईसीडीएस, जिविका, कर्मी मौजूद थे। बैठक के दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों को राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन की जानकारी देते हुए सहयोग करने कि अपील की।

उन्होंने कहा कि आगामी दस फरवरी से सत्ताइस फरवरी तक विभिन्न विद्यालय, आंगनवाड़ी केन्द्र, सार्वजनिक स्थल समेत घर घर जाकर फाइलेरिया उन्मूलन के लिए एल्बेंडाजोल, डीईसी व लवेरमेविटन की गोली का सेवन कराया जाएगा। वही समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बछवाड़ा में राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर आशा कर्मी के बीच एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रशिक्षण के दौरान किसे दवा खिलाना है किसे दवा नहीं खिलाना है इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्य प्रबंधक मो इमरान ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर आशा कर्मी को अपने अपने पोषक क्षेत्र में सतरह दिनों तक कार्य करना है।

जिसमें तीन दिनों तक पोषक क्षेत्र के विद्यालय व आंगनवाड़ी केन्द्र समेत सार्वजनिक स्थान पर रहकर दवा का सेवन कराना है तथा चौदह दिनों तक अपने पोषक क्षेत्र में घर घर जाकर दवा का सेवन कराना है। साथ किसी भी व्यक्ति को खली पेट दवा का सेवन वर्जित है। उन्होंने बताया कि दो वर्ष से उपर के सभी लोगों को अल्बेंडाजोल, डीईसी, और आइवरमेक्टिन की एकल खुराक दी जाएगी, साथ ही दो वर्ष से कम के बच्चे, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोगों से ग्रस्त लोगों को नहीं दिया जाना है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो मच्छर के माध्यम से एक दुसरे के बीच फैलता है,

उदाहरण के लिए जिस किसी व्यक्ति को फाइलेरिया बीमारी है और कोई मच्छर उसे काट लिया फिर वही मच्छर किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काट लेता है तो उस स्वस्थ्य व्यक्ति को निश्चित रुप से फाइलेरिया बीमारी हो जाएगा। इसका कोई इलाज नहीं है। उन्होंने बताया जो स्वस्थ्य व्यक्ति लगातार पांच वार इस दवा का सेवन कर लेता है वैसे व्यक्ति को जीवन भर फाइलेरिया जैसी असाध्य बीमारी से मुक्ति मिल जाता है। मौके पर आशा कर्मी मौजूद थी।

डीएनबी भारत डेस्क