कथित जासूसी के आरोप में संदिग्ध महिला को बोधगया पुलिस ने लिया हिरासत में, पूछताछ जारी, पुलिस ने जारी किया प्रेस नोट
डीएनबी भारत डेस्क
तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा को कथित खतरा बताई जा रही चीनी महिला को बोधगया पुलिस ने गुरुवार को हिरासत में ले लिया है और पुलिस पूछताछ कर रही है। एडीजी (हेडक्वार्टर) जीतेंद्र गंगवार ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि संदिग्ध महिला को बोधगया में हिरासत में लिया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। विदित हो कि गुरुवार की सुबह बिहार पुलिस ने एक अलर्ट जारी कर बताया था कि तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा की एक चीनी महिला जासूसी कर रही है साथ ही उससे दलाई लामा को खतरा भी है। इसके बाद दलाई लामा की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और पुलिस उक्त संदिग्ध महिला की खोजबीन में जुट गई थी।
पुलिस ने मीडिया के साथ महिला के पासपोर्ट और वीजा की डिटेल्स शेयर की थीं। खतरे को देखते हुए महाबोधि मंदिर परिसर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और श्रद्धालुओं की भी तलाशी ली गई। इससे पहले गया की एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया था कि गया पुलिस को यह इनपुट मिला कि यहां चीन की एक महिला रह रही है। एसएसपी ने कहा था कि होटल, मॉनेस्ट्री सहित कई जगहों पर जांच की जा रही है। उन्होंने कहा था कि अभी प्रारंभिक जानकारी है और महिला को लेकर वेरिफिकेशन की जा रही है।
मामले में गया पुलिस ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि सांग जियालान नामक एक चीनी महिला निर्धारित समय से अधिक से भारत में रुकी हुई है और वह दलाई लामा की शिक्षा ग्रहण करने के लिए बोधगया आई हुई है। मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जब छानबीन किया गया तो जानकारी मिली कि उक्त महिला बोधगया के एक गेस्ट हाउस में रुकी हुई है। महिला से पूछताछ और दस्तावेज परीक्षण के बाद पाया गया कि महिला अक्टूबर 2019 को भारत आई थी और जनवरी में वह नेपाल गई थी फिर चार दिन बाद ही वह वापस भारत आ गई। महिला को जारी वीजा के अनुसार वह 90 दिनों तक ही रह सकती थी लेकिन वह वापस लौटी ही नहीं।
पूछताछ में महिला ने बताया कि वह ई – टूूूरिस्ट वीजा पर भारत आई थी और कोरोना के बाद वापस नहीं लौटी। वह भारत में सेंट्रल तिब्बत सावा एसोसिएशन मैकिलैडगंज हिमाचल प्रदेश में रह गई। वह फिर 22 दिसंबर को बोधगया दलाई लामा की शिक्षा ग्रहण करने आई थी। पुलिस ने बताया कि महिला को एफआरआरओ कोलकाता के द्वारा लीव नोटिस जारी कर दिया गया है और वीजा कैंसल कर दिया गया है। नियमानुसार महिला को एफआरआरओ दिल्ली के पास डिपोर्ट करने के लिए भेजा जा रहा है।